कुछ बात तो है इस दिल को बेकरार किया उसने। ~एकांत नेगी
खरीद लाये थे कुछ सवालों का जवाब ढूढ़ने।
झुकाकर पलकें शायद कोई इकरार किया उसने,
जब से तुमको देखा है दिल बेकाबू हमारा है,
मैं धीरे-धीरे उनका दुश्मन-ए-जाँ बनता जाता हूँ,
मंजिल की तलाश में खुद को अकेले चलना होगा,
भटका हूँ तो क्या हुआ संभालना भी खुद को होगा।
बिछड़ के तुझसे हर रास्ता सुनसान रहता है,
ख्यालों और सांसों का हिसाब है ज़िन्दगी,
चेहरा तेरा चाँद का टुकड़ा सारे जहाँ से प्यारा है।
अब तक सबने बाज़ी हारी इस दिल को रिझाने में,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने shayari in hindi कहाँ मिलेंगे?
मगर उसका बस नहीं चलता मेरी वफ़ा के सामने।